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मई 26, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

नाजुक हालात

पास बैठो चांद बाते कर ले , पास बैठो चांद बाते कर ले , आओ मिलकर कुछ फरयादे कर ले , जो मिला हैं पल वो फिर ना आए सायद , आओ कुछ यादें भार ले , आंखो के सामने बैठ क्यों आहे भरे , पास बैठो चांद बाते करें ,    आहतो का सागर भर जाएगा हैं  थामकर देख मेरे दामन को , तेरा दर्द भी भर जाएगा                     ~Deepshikha Jha