~यारी~
अल्फ* ए यारी वफाएं सारी ये दुनियां दारी फ़िज़ूल है इल्म* तेरा कबूल किया अंजाने तुझे दूर किया ए अजनबी तुझे क्यों फ़िर मंजूर किया तेरी आदा निराली , इल्लत* इलान* है तेरी सूरत ए ना जाना ,तेरे ईमान याराना तेरी मायूसी* ही उल्फत* है, खुशियों को तेरी जरूरत है तू अब्द* नहीं किसी सुंदरता का तेरा अत्र* मन ही प्रभात है ,आरा * ना कोई सच्चे मन का , दर्पण तेरा विश्वास हैं तू रख वक़्त पर ऐतबार जरा , खुदा एक पाक हैं 1.भेट 2 ज्ञान 3.कमी 4.बताना 5.उदासी 6. परेशानी 7.दास 8.सुगन्ध 9.सजावट ~Deepshikha Jha ✍️🤗 M