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जून 2, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

~यारी~

अल्फ* ए यारी वफाएं सारी ये दुनियां दारी फ़िज़ूल है इल्म* तेरा कबूल किया अंजाने  तुझे दूर किया ए अजनबी तुझे क्यों फ़िर मंजूर किया    तेरी आदा निराली , इल्लत* इलान* है   तेरी सूरत ए ना जाना ,तेरे ईमान याराना   तेरी मायूसी* ही उल्फत* है, खुशियों को तेरी जरूरत है तू अब्द* नहीं किसी सुंदरता का तेरा अ‌‌त्र* मन ही प्रभात है ,आरा * ना कोई सच्चे मन का , दर्पण तेरा विश्वास हैं    तू रख वक़्त पर ऐतबार जरा , खुदा एक पाक हैं            1.भेट 2 ज्ञान 3.कमी 4.बताना 5.उदासी 6. परेशानी 7.दास  8.सुगन्ध  9.सजावट   ~Deepshikha Jha ✍️🤗  M

~ तेरा पता~

कितने मिले इस जहां पर, कितने मिले आसमान पर , तेरा पता ढूंढू कहां ,तू हैं किस मकाम पर  अपना पता सब भूलकर , ढूढ़ती तुझे ए बेखबर रातों को यू बेसब्र ,दिन कि कहां मुझ को हैं फीकर सुबह से लेकर शाम तक ढूंढ़ती तुझो ये नज़र कहां छुपा है बेखबर बनाकर मुझे अपना हमसफ़र कहां छुपा है बेखबर  बनकर यूं अनजान तू ,बैठा है आराम से तुझको नहीं कोई खबर कहां छुपा है बेखबर ....! तेरा पता ढूंढू कहां ,तू हैं किस मकाम पर                                                                                         ~ Deepshikha Jha                                  

~ माँ~

                    कैसे  कहूं  क्या  हो  "तुम"            नदी की रेत के साथ पवन की बहती            हुई धारा  हो"तुम ",सागर में जो।  पाप              निथर जाएं  ऐस  किनारा  हो "तुम"।                    कैसे   कहूं   क्या  हो  "तुम"      अनजान गली के मोड़ पर जो मिल जाएं      वहीं  सहारा हो "तुम", आंधियारों में मिली      " दीए "की रोशनी जैसी उजाला हो "तुम"               कैसे   कहूं   क्या हो  "तुम"        सर्दियों में  चाय की प्याली सी प्यारी हो        "तुम",बड़ी न्यारी हो "तुम", बगों में              खिले  फूलों कि क्यारी हो "तुम" ...

~ मजदूरों के महार्थी~

"सोनू" के वेश में सोना आया है, धरती पर गौरव का "सूद"चुकाया है कहते हैं "सोना" तपकर कुन्दन का रूप लेलेता हैं "सोनू" तपकर चंदन बना , जिसने अपना खुशबू  सरेआम बिखेरा है । मजदूरों के "सारथी" , "अभिनय" के महारथी , मन हैं जिनका "भारती" ,वो "सोनू सूद" के रूप में  एक नया सबेरा है                         ~ Deepshikha Jha ✍️

~तेरा चेहरा~

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मन देखता ये मेरा तेरा चेहरा तेरा चेहरा  आंखों पे दिल का पहरा तेरा चेहरा तेरा चेहरा  मन में बसी जो तेरी मूरत लगाव ,गहरा गहरा  तेरा चेहरा तेरा चेहरा  तू ही तू हर तरफ है ना आए कुछ नज़र में , कहते लोग पागल ना आए कुछ समझ में  मन ये तुझ पे ठहरा , ठहरा ,तेरा चेहरा तेरा चेहरा। मन में बसाया तुझको भाए ना कोई मुझको  दर ये मेरे मन का घर जो तेरा मेरा तेरा चेहरा तेरा चेहरा ~Deepshikha Jha ✍️

A Relation

A Relation is not available for passing time and enjoying own self .In any relation involved two persons if one said is true or other said show fek that's end of one skeep our way but emotionally attached person who face lot of problems .                              I am not tells about the girl friend or boy friend I am saying all the modden relationship which  you has do on social media and working place even our society and our family member's .                        Some time we're thought -"a little enjoyment dos"t metter but sometime this revolving hole life . We Unable to repair it . I know we are limitless but don't cross our limit  .            ~Deepshikha jha..

~ ख्व़ाहिशें~

*चांद ,तारों का अक्सर समा नहीं मिलता हर किसीको       मुकम्मल जहां नहीं मिलता। *मखमली बिस्तर किसीको,किसीको धूपमे भी   छाऊं नहीं मिलता।   धरती से कभी आसमां नहीं मिलता ,हर    किसीको मुकम्मल जहां नहीं मिलता। *हुनर सबमें हैं किसीको मौका,किसीको   मुकाम नही मिलता ।  नींद में कभी सपनों को उड़ान नहीं मिलता,  हर किसीको मुकम्मल जहां नहीं मिलता। *मस्ले हैं सभी के अपने, दर्द से जख्मों को   आराम नहीं मिलता।  सूरज से कभी चांद नहीं मिलता हर किसीको    मुकम्मल जहां नहीं मिलता।                        ~ Deepshikha Jha 

~"social justice"~

 I want justice Message: What I want justice in our society . Who's a men which have repist that person is criminal and punished him but sometime a man who is doing same thing and given by name love but after sometime , some reason they left her before someday "a celebrity say don't trust a maired man "I asked everyone why we a girls don't trust a mothers boy's because " without mother a boy can't born , they also cheated of the girls they treat her like a fun enstument."                 He  doesn't understand a girl's feeling and emotions they always priority himself .  They sometimes forget feelings of his wife , sister even mother's also .God bless in this world .

"चाय"

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                                शाही गुलाब सी हो "तुम"                   लबों पे नबाब सी हो "तुम"।               "तुम" नाजुक युवती सी हो               "तुम" भूल जाती हो दर्द टूटने               का औरों का दर्द भूलती हो "तुम"।                           काली  हो "तुम " पर कितनी प्यारी हो "तुम"              गर्म प्याले में सरबती मधुर मोहक हो "तुम"                                              हर वक्त की प्यास हो "तुम"                      हर मौसम में खास हो "तुम"      ...

" my soul"

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.                  Holding   my  hand              Walking on sand ,                        Feeling in heart                 Biting   in  paths.                 When    we   fly                               Under  the sky                         Make  the  Art,                             On  the  heart.                      Water  is  sweet                    ...

विश्व कोरोना "भारत दीपों महोत्सव"

५अप्रैल २०२० की बात हैं जब सम्पूर्ण विश्व एक महामारी"   कोरो ना " से निपटने के लिए  महीनों से प्रयाास  कर  रहा था वहीं  हमारे भारत भी अनेकों प्रकार  कि कठिनाइयों का सामना कर रहा था । सहर से  गांव    तक     में  सभी    प्रकार सुविधाएं  बंद होने के कारण जन-जीवन  प्रभावित हो रही थी । सभी राज्यों में कर्फ्यू जारी कर दिया गया था सरकार के द्वारा तथा जनता से अपील की गयी " जो व्यक्ति जहां "  हैं  वहीं रहें अर्थात् अपने घरों में ही रहे । यह सुनकर वेेेेेचारी  भारत कि जनता अपने रोजमर्रा कि जरूरतों का सामना जुटाने लगीं बाद में स्थित को देखते हुए प्रशासन ने जनता कि  सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई तथा अन्य नीजी एवं सझम लोगों ने भी बढ़ -चढ कर सहयोग कर रहे हैं ।                      कुछ गरीब मजदूर वर्ग के लोग जो अपने गांव से शहर में कमाने*(नौकरी करने वाले) और झूगगी -झोपरी में रहने वाले पैदल ही अपने गांव नीकल परे । जब सोसल मी...