shayri with Shikhadeep

1)जीवन नहीं आसान यहां , उठालो हाथ "वो " हैं जहां खुद को झोक दो खुदा पर ना जाने कब बदल जाए "अपनी "पहचान  यहां ~y" Deepshikha jha

2)किराए कि जिन्दगी में किरदार निभाना मुश्किल हैं अपने नकली किरदार को भी अपना बनाया है~Deepshikha Jha 

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