कोई मुझ सा मिले तो...

बोहोत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में 
कोई मुझ सा मिले तो कहना ।
तुम बताओगे दर्द अपना,
कोई चेहरा पड़ कर बताएं तो कहना ।
 
बोहोत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में 
कोई मुझ सा मिले तो कहना ।
तुम से पूछेंगे हर बात वो आगर,
समझलें तेरे ज्जबात को तो कहना।

 बोहोत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में
 कोई मुझ सा मिलें तो कहना।
जानना चाहें वो राज़ तेरे अगर,
बन जाएं हमराज तेरे तो कहना। 

बोहत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में
कोई मुझ सा मिले तो कहना।
हाथ थामलों तुम जीवन भर के लिए,
अगर कोई साथ निभा दें तो कहना ।

बोहोत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में कोई 
मुझ सा मिलें तो कहना ।
ये घमंड नहीं विश्वास है ख़ुद पर ,
वक्त पर आजमा कर देख ना ।

बोहोत से लोग मिलेंगे सफ़र जिंदगी में कोई
मुझ सा मिलें तो कहना।


                             ~Deepshikha jha

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