कभी हंसना है,कभी रोना है
कभी पाकर कुछ खोना है,
जिंदगी एक खिलौना है।
कभी नीम है ,कभी शहद
कभी दर्द ,कभी मेहक है
जिंदगी एक सबब* है।
कभी रंग हैं कभी उदासी
कभी महफिल, कभी तन्हाई
जिंदगी है एक सौदाई ।
कभी आना है, कभी जाना है
कभी सपनो का "खो" जान
जिंदगी एक सलोना* है ।
*साधन
*सुंदर
~दीपशिखा झा
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